महाभारतम् — 12.116.6
Original
Segmented
यो हि असत्-प्रग्रह-रतिः स्नेह-राग-बलात्कृतः इन्द्रियाणाम् अनीश-त्वात् असत्-जन-बुभूषकः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
असत् | असत् | pos=a,comp=y |
प्रग्रह | प्रग्रह | pos=n,comp=y |
रतिः | रति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्नेह | स्नेह | pos=n,comp=y |
राग | राग | pos=n,comp=y |
बलात्कृतः | बलात्कृत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
इन्द्रियाणाम् | इन्द्रिय | pos=n,g=n,c=6,n=p |
अनीश | अनीश | pos=a,comp=y |
त्वात् | त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
असत् | असत् | pos=a,comp=y |
जन | जन | pos=n,comp=y |
बुभूषकः | बुभूषक | pos=a,g=m,c=1,n=s |