Original

पुत्रपौत्राभिरामं च राष्ट्रवृद्धिकरं च यत् ।अन्नपाने शरीरे च हितं यत्तद्ब्रवीहि मे ॥ ४ ॥

Segmented

पुत्र-पौत्र-अभिरामम् च राष्ट्र-वृद्धि-करम् च यत् अन्न-पाने शरीरे च हितम् यत् तद् ब्रवीहि मे

Analysis

Word Lemma Parse
पुत्र पुत्र pos=n,comp=y
पौत्र पौत्र pos=n,comp=y
अभिरामम् अभिराम pos=a,g=n,c=1,n=s
pos=i
राष्ट्र राष्ट्र pos=n,comp=y
वृद्धि वृद्धि pos=n,comp=y
करम् कर pos=a,g=n,c=1,n=s
pos=i
यत् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
अन्न अन्न pos=n,comp=y
पाने पान pos=n,g=n,c=7,n=s
शरीरे शरीर pos=n,g=n,c=7,n=s
pos=i
हितम् हित pos=a,g=n,c=1,n=s
यत् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
तद् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
ब्रवीहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=4,n=s