Original

परिवादं ब्रुवाणो हि दुरात्मा वै महात्मने ।प्रकाशयति दोषान्स्वान्सर्पः फणमिवोच्छ्रितम् ॥ १४ ॥

Segmented

परिवादम् ब्रुवाणो हि दुरात्मा वै महात्मने प्रकाशयति दोषान् स्वान् सर्पः फणम् इव उच्छ्रितम्

Analysis

Word Lemma Parse
परिवादम् परिवाद pos=n,g=m,c=2,n=s
ब्रुवाणो ब्रू pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
हि हि pos=i
दुरात्मा दुरात्मन् pos=a,g=m,c=1,n=s
वै वै pos=i
महात्मने महात्मन् pos=a,g=m,c=4,n=s
प्रकाशयति प्रकाशय् pos=v,p=3,n=s,l=lat
दोषान् दोष pos=n,g=m,c=2,n=p
स्वान् स्व pos=a,g=m,c=2,n=p
सर्पः सर्प pos=n,g=m,c=1,n=s
फणम् फण pos=n,g=m,c=2,n=s
इव इव pos=i
उच्छ्रितम् उच्छ्रि pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part