Original

न शक्यमनमात्येन महत्त्वमनुशासितुम् ।दुष्टामात्येन वा वीर शरीरपरिपन्थिना ॥ २२ ॥

Segmented

न शक्यम् अनमात्येन महा-त्वम् अनुशासितुम् दुष्ट-अमात्येन वा वीर शरीर-परिपन्थिना

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
शक्यम् शक्य pos=a,g=n,c=1,n=s
अनमात्येन अनमात्य pos=a,g=m,c=3,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
त्वम् त्व pos=n,g=n,c=1,n=s
अनुशासितुम् अनुशास् pos=vi
दुष्ट दुष् pos=va,comp=y,f=part
अमात्येन अमात्य pos=n,g=m,c=3,n=s
वा वा pos=i
वीर वीर pos=n,g=m,c=8,n=s
शरीर शरीर pos=n,comp=y
परिपन्थिना परिपन्थिन् pos=a,g=m,c=3,n=s