महाभारतम् — 12.111.6
Original
Segmented
स्वेषु दारेषु वर्तन्ते न्याय-वृत्तेषु ऋताव् ऋतौ अग्निहोत्र-परे सन्तो दुर्गाणि अतितरन्ति ते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्वेषु | स्व | pos=a,g=m,c=7,n=p |
दारेषु | दार | pos=n,g=m,c=7,n=p |
वर्तन्ते | वृत् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
न्याय | न्याय | pos=n,comp=y |
वृत्तेषु | वृत् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
ऋताव् | ऋतु | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ऋतौ | ऋतु | pos=n,g=m,c=7,n=s |
अग्निहोत्र | अग्निहोत्र | pos=n,comp=y |
परे | पर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सन्तो | अस् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
दुर्गाणि | दुर्ग | pos=n,g=n,c=2,n=p |
अतितरन्ति | अतित् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |