महाभारतम् — 12.109.27
Original
Segmented
मित्र-द्रुहः कृतघ्नस्य स्त्री-घ्नस्य पिशुनस्य च चतुर्णाम् वयम् एतेषाम् निष्कृतिम् न अनुशुश्रुमः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मित्र | मित्र | pos=n,comp=y |
द्रुहः | द्रुह् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
कृतघ्नस्य | कृतघ्न | pos=a,g=m,c=6,n=s |
स्त्री | स्त्री | pos=n,comp=y |
घ्नस्य | घ्न | pos=a,g=m,c=6,n=s |
पिशुनस्य | पिशुन | pos=a,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
चतुर्णाम् | चतुर् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
एतेषाम् | एतद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
निष्कृतिम् | निष्कृति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
अनुशुश्रुमः | अनुश्रु | pos=v,p=1,n=p,l=lit |