महाभारतम् — 12.109.19
Original
Segmented
य आवृणोति अवितथेन कर्णाव् ऋतम् ब्रुवन्न् अमृतम् सम्प्रयच्छन् तम् वै मन्ये पितरम् मातरम् च तस्मै न द्रुह्येत् कृतम् अस्य जानन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
य | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आवृणोति | आवृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अवितथेन | अवितथ | pos=a,g=n,c=3,n=s |
कर्णाव् | कर्ण | pos=n,g=m,c=2,n=d |
ऋतम् | ऋत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ब्रुवन्न् | ब्रू | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अमृतम् | अमृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सम्प्रयच्छन् | सम्प्रयम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वै | वै | pos=i |
मन्ये | मन् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
पितरम् | पितृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मातरम् | मातृ | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
तस्मै | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
न | न | pos=i |
द्रुह्येत् | द्रुह् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
कृतम् | कृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
जानन् | ज्ञा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |