महाभारतम् — 12.108.14
Original
Segmented
भेदाद् गणा विनश्यन्ति भिन्नाः सु उपजपाः परैः तस्मात् संघात-योगेषु प्रयतेरन् गणाः सदा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भेदाद् | भेद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
गणा | गण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
विनश्यन्ति | विनश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
भिन्नाः | भिद् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
सु | सु | pos=i |
उपजपाः | उपजप | pos=n,g=m,c=1,n=p |
परैः | पर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
संघात | संघात | pos=n,comp=y |
योगेषु | योग | pos=n,g=m,c=7,n=p |
प्रयतेरन् | प्रयत् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
गणाः | गण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सदा | सदा | pos=i |