महाभारतम् — 12.107.17
Original
Segmented
न एव नित्यम् जयः तात न एव नित्यम् पराजयः तस्माद् भोजय् च भोग्यः च परो जनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
एव | एव | pos=i |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
जयः | जय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
एव | एव | pos=i |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
पराजयः | पराजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
भोजय् | भोजय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
च | च | pos=i |
भोग्यः | भुज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
च | च | pos=i |
परो | पर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |