महाभारतम् — 12.107.16
Original
Segmented
स त्वम् धर्मम् अवेक्षस्व त्यक्त्वा अधर्मम् असांप्रतम् न हि कामात् न च द्रोहात् स्वधर्मम् हातुम् अर्हसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अवेक्षस्व | अवेक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
त्यक्त्वा | त्यज् | pos=vi |
अधर्मम् | अधर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
असांप्रतम् | असांप्रत | pos=a,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
कामात् | काम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
द्रोहात् | द्रोह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
स्वधर्मम् | स्वधर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
हातुम् | हा | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |