महाभारतम् — 12.106.3
Original
Segmented
आचरिष्यसि चेत् कर्म महतो ऽर्थान् अवाप्स्यसि राज्यम् राज्यस्य मन्त्रम् वा महतीम् वा पुनः श्रियम् यदि एतत् रोचते राजन् पुनः ब्रूहि ब्रवीमि ते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आचरिष्यसि | आचर् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
चेत् | चेद् | pos=i |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
महतो | महत् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
ऽर्थान् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अवाप्स्यसि | अवाप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
राज्यस्य | राज्य | pos=n,g=n,c=6,n=s |
मन्त्रम् | मन्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वा | वा | pos=i |
महतीम् | महत् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
वा | वा | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
श्रियम् | श्री | pos=n,g=f,c=2,n=s |
यदि | यदि | pos=i |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
रोचते | रुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
ब्रवीमि | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |