महाभारतम् — 12.105.41
Original
Segmented
धर्मम् एके ऽभिपद्यन्ते कल्याण-अभिजनाः नराः परत्र सुखम् इच्छन्तो निर्विद्येयुः च लौकिकात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एके | एक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽभिपद्यन्ते | अभिपद् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
कल्याण | कल्याण | pos=a,comp=y |
अभिजनाः | अभिजन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
नराः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
परत्र | परत्र | pos=i |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इच्छन्तो | इष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
निर्विद्येयुः | निविद् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
च | च | pos=i |
लौकिकात् | लौकिक | pos=a,g=n,c=5,n=s |