महाभारतम् — 12.105.39
Original
Segmented
रममाणः श्रिया कश्चिद् न अन्यत् श्रेयः ऽभिमन्यते तथा तस्य ईह् समारम्भो विनश्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
रममाणः | रम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
श्रिया | श्री | pos=n,g=f,c=3,n=s |
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अन्यत् | अन्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रेयः | श्रेयस् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
ऽभिमन्यते | अभिमन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तथा | तथा | pos=i |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
ईह् | ईह् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
समारम्भो | समारम्भ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विनश्यति | विनश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |