महाभारतम् — 12.105.3
Original
Segmented
क्षेमदर्शम् नृप-सुतम् यत्र क्षीण-बलम् पुरा मुनिः कालकवृक्षीय आजगाम इति नः श्रुतम् तम् पप्रच्छ उपसंगृह्य कृच्छ्राम् आपदम् आस्थितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
क्षेमदर्शम् | क्षेमदर्श | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नृप | नृप | pos=n,comp=y |
सुतम् | सुत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
क्षीण | क्षि | pos=va,comp=y,f=part |
बलम् | बल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पुरा | पुरा | pos=i |
मुनिः | मुनि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कालकवृक्षीय | कालकवृक्षीय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आजगाम | आगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
इति | इति | pos=i |
नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पप्रच्छ | प्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
उपसंगृह्य | उपसंग्रह् | pos=vi |
कृच्छ्राम् | कृच्छ्र | pos=a,g=f,c=2,n=s |
आपदम् | आपद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
आस्थितः | आस्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |