महाभारतम् — 12.105.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच धार्मिको ऽर्थान् असंप्राप्य राजा अमात्यैः प्रबाधितः च्युतः कोशात् च दण्डात् च सुखम् इच्छन् कथम् चरेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
धार्मिको | धार्मिक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ऽर्थान् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
असंप्राप्य | असंप्राप्य | pos=i |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अमात्यैः | अमात्य | pos=n,g=m,c=3,n=p |
प्रबाधितः | प्रबाध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
च्युतः | च्यु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कोशात् | कोश | pos=n,g=m,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
दण्डात् | दण्ड | pos=n,g=m,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इच्छन् | इष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कथम् | कथम् | pos=i |
चरेत् | चर् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |