महाभारतम् — 12.104.26
Original
Segmented
अशक्यम् इति कृत्वा वा ततो ऽन्यैः संविदम् चरेत् ब्रह्म-दण्डम् अदृष्टेषु दृष्टेषु चतुरङ्गिणीम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अशक्यम् | अशक्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
वा | वा | pos=i |
ततो | ततस् | pos=i |
ऽन्यैः | अन्य | pos=n,g=m,c=3,n=p |
संविदम् | संविद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
चरेत् | चर् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
दण्डम् | दण्ड | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अदृष्टेषु | अदृष्ट | pos=a,g=m,c=7,n=p |
दृष्टेषु | दृश् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
चतुरङ्गिणीम् | चतुरङ्गिन् | pos=a,g=f,c=2,n=s |