महाभारतम् — 12.103.29
Original
Segmented
क्षमा वै साधु-माया हि न हि साधु अक्षमा सदा क्षमायाः च अक्षमायाः च विद्धि पार्थ प्रयोजनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
क्षमा | क्षमा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
साधु | साधु | pos=a,comp=y |
माया | माया | pos=n,g=f,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
साधु | साधु | pos=a,g=n,c=1,n=s |
अक्षमा | अक्षमा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सदा | सदा | pos=i |
क्षमायाः | क्षमा | pos=n,g=f,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
अक्षमायाः | अक्षमा | pos=n,g=f,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
विद्धि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
प्रयोजनम् | प्रयोजन | pos=n,g=n,c=2,n=s |