महाभारतम् — 12.103.20
Original
Segmented
परस्पर-ज्ञाः संहृष्टाः त्यक्त-प्राणाः सु निश्चिताः अपि पञ्चाशतिः शूरा मृद्नन्ति पर-वाहिनीम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
परस्पर | परस्पर | pos=n,comp=y |
ज्ञाः | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
संहृष्टाः | संहृष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
त्यक्त | त्यज् | pos=va,comp=y,f=part |
प्राणाः | प्राण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सु | सु | pos=i |
निश्चिताः | निश्चि | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
अपि | अपि | pos=i |
पञ्चाशतिः | पञ्चाशति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
शूरा | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मृद्नन्ति | मृद् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
पर | पर | pos=n,comp=y |
वाहिनीम् | वाहिनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |