महाभारतम् — 12.101.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच यथा जय-अर्थिनः सेनाम् नयन्ति भरत-ऋषभ ईषद् धर्मम् प्रपीड्य अपि तत् मे ब्रूहि पितामह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यथा | यथा | pos=i |
जय | जय | pos=n,comp=y |
अर्थिनः | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
सेनाम् | सेना | pos=n,g=f,c=2,n=s |
नयन्ति | नी | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
ईषद् | ईषत् | pos=i |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रपीड्य | प्रपीडय् | pos=vi |
अपि | अपि | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
पितामह | पितामह | pos=n,g=m,c=8,n=s |