Original

आश्रयो धार्तराष्ट्राणां मानी तीक्ष्णपराक्रमः ।अमर्षी नित्यसंरम्भी क्षेप्तास्माकं रणे रणे ॥ २० ॥

Segmented

आश्रयो धार्तराष्ट्राणाम् मानी तीक्ष्ण-पराक्रमः अमर्षी नित्य-संरम्भी क्षेप्ता नः रणे रणे

Analysis

Word Lemma Parse
आश्रयो आश्रय pos=n,g=m,c=1,n=s
धार्तराष्ट्राणाम् धार्तराष्ट्र pos=n,g=m,c=6,n=p
मानी मानिन् pos=a,g=m,c=1,n=s
तीक्ष्ण तीक्ष्ण pos=a,comp=y
पराक्रमः पराक्रम pos=n,g=m,c=1,n=s
अमर्षी अमर्षिन् pos=a,g=m,c=1,n=s
नित्य नित्य pos=a,comp=y
संरम्भी संरम्भिन् pos=a,g=m,c=1,n=s
क्षेप्ता क्षेप्तृ pos=a,g=m,c=1,n=s
नः मद् pos=n,g=,c=6,n=p
रणे रण pos=n,g=m,c=7,n=s
रणे रण pos=n,g=m,c=7,n=s