महाभारतम् — 11.7.2
Original
Segmented
विदुर उवाच शृणु भूयः प्रवक्ष्यामि मार्गस्य एतस्य विस्तरम् यत् श्रुत्वा विप्रमुच्यन्ते संसारेभ्यो विचक्षणाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विदुर | विदुर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
भूयः | भूयस् | pos=i |
प्रवक्ष्यामि | प्रवच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
मार्गस्य | मार्ग | pos=n,g=m,c=6,n=s |
एतस्य | एतद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
विस्तरम् | विस्तर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
विप्रमुच्यन्ते | विप्रमुच् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
संसारेभ्यो | संसार | pos=n,g=m,c=5,n=p |
विचक्षणाः | विचक्षण | pos=a,g=m,c=1,n=p |