Original

विदुर उवाच ।उपमानमिदं राजन्मोक्षविद्भिरुदाहृतम् ।सुगतिं विन्दते येन परलोकेषु मानवः ॥ ४ ॥

Segmented

विदुर उवाच उपमानम् इदम् राजन् मोक्ष-विद् उदाहृतम् सु गतिम् विन्दते येन पर-लोकेषु मानवः

Analysis

Word Lemma Parse
विदुर विदुर pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
उपमानम् उपमान pos=n,g=n,c=1,n=s
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=1,n=s
राजन् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
मोक्ष मोक्ष pos=n,comp=y
विद् विद् pos=a,g=m,c=3,n=p
उदाहृतम् उदाहृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
सु सु pos=i
गतिम् गति pos=n,g=f,c=2,n=s
विन्दते विद् pos=v,p=3,n=s,l=lat
येन यद् pos=n,g=n,c=3,n=s
पर पर pos=n,comp=y
लोकेषु लोक pos=n,g=m,c=7,n=p
मानवः मानव pos=n,g=m,c=1,n=s