महाभारतम् — 11.5.17
Original
Segmented
तेषाम् मधूनाम् बहुधा धारा प्रस्रवते सदा ताम् लम्बमानः स पुमान् धाराम् पिबति सर्वदा न च अस्य तृष्णा विरता पिबमानस्य संकटे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तेषाम् | तद् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
मधूनाम् | मधु | pos=n,g=n,c=6,n=p |
बहुधा | बहुधा | pos=i |
धारा | धारा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
प्रस्रवते | प्रस्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सदा | सदा | pos=i |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
लम्बमानः | लम्ब् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पुमान् | पुंस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धाराम् | धारा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पिबति | पा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सर्वदा | सर्वदा | pos=i |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तृष्णा | तृष्णा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
विरता | विरम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
पिबमानस्य | पा | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
संकटे | संकट | pos=n,g=n,c=7,n=s |