महाभारतम् — 11.4.15
Original
Segmented
एवम् सर्वम् विदित्वा वै यः तत्त्वम् अनुवर्तते स प्रमोक्षाय लभते पन्थानम् मनुज-अधिपैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विदित्वा | विद् | pos=vi |
वै | वै | pos=i |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तत्त्वम् | तत्त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अनुवर्तते | अनुवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रमोक्षाय | प्रमोक्ष | pos=n,g=m,c=4,n=s |
लभते | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पन्थानम् | पथिन् | pos=n,g=,c=2,n=s |
मनुज | मनुज | pos=n,comp=y |
अधिपैः | अधिप | pos=n,g=m,c=8,n=s |