महाभारतम् — 11.4.1
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच कथम् संसार-गहनम् विज्ञेयम् वदताम् वर एतद् इच्छामि अहम् श्रोतुम् तत् त्वम् आख्याहि पृच्छतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
कथम् | कथम् | pos=i |
संसार | संसार | pos=n,comp=y |
गहनम् | गहन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विज्ञेयम् | विज्ञा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
वदताम् | वद् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
वर | वर | pos=a,g=m,c=8,n=s |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
श्रोतुम् | श्रु | pos=vi |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
आख्याहि | आख्या | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
पृच्छतः | प्रच्छ् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |