महाभारतम् — 11.3.17
Original
Segmented
ये तु प्राज्ञाः स्थिताः सत्ये संसार-अन्त-गवेषिणः समागम-ज्ञाः भूतानाम् ते यान्ति परमाम् गतिम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तु | तु | pos=i |
प्राज्ञाः | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
स्थिताः | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
सत्ये | सत्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
संसार | संसार | pos=n,comp=y |
अन्त | अन्त | pos=n,comp=y |
गवेषिणः | गवेषिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
समागम | समागम | pos=n,comp=y |
ज्ञाः | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
भूतानाम् | भूत | pos=n,g=m,c=6,n=p |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
यान्ति | या | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
परमाम् | परम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |