महाभारतम् — 11.27.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच ते समासाद्य गङ्गाम् तु शिवाम् पुण्य-जन-उचिताम् ह्रदिनीम् वप्र-सम्पन्नाम् महा-अनूपाम् महा-वनाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
समासाद्य | समासादय् | pos=vi |
गङ्गाम् | गङ्गा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
शिवाम् | शिव | pos=a,g=f,c=2,n=s |
पुण्य | पुण्य | pos=a,comp=y |
जन | जन | pos=n,comp=y |
उचिताम् | उचित | pos=a,g=f,c=2,n=s |
ह्रदिनीम् | ह्रदिनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
वप्र | वप्र | pos=n,comp=y |
सम्पन्नाम् | सम्पद् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
अनूपाम् | अनूप | pos=n,g=f,c=2,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
वनाम् | वन | pos=n,g=f,c=2,n=s |