महाभारतम् — 11.26.6
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच तत् श्रुत्वा वासुदेवस्य पुनः उक्तम् वचो ऽप्रियम् तूष्णीम् बभूव गान्धारी शोक-व्याकुल-लोचना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
वासुदेवस्य | वासुदेव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
उक्तम् | वच् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
वचो | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ऽप्रियम् | अप्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
तूष्णीम् | तूष्णीम् | pos=i |
बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
गान्धारी | गान्धारी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
व्याकुल | व्याकुल | pos=a,comp=y |
लोचना | लोचन | pos=n,g=f,c=1,n=s |