महाभारतम् — 11.21.11
Original
Segmented
आचार्य-शापः ऽनुगतो ध्रुवम् त्वाम् यद् अग्रसत् चक्रम् इयम् धरा ते ततः शरेण अपहृतम् शिरः ते धनंजयेन आहवे शत्रु-मध्ये
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आचार्य | आचार्य | pos=n,comp=y |
शापः | शाप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽनुगतो | अनुगम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ध्रुवम् | ध्रुवम् | pos=i |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
यद् | यत् | pos=i |
अग्रसत् | ग्रस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
चक्रम् | चक्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
धरा | धरा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ततः | ततस् | pos=i |
शरेण | शर | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अपहृतम् | अपहृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
शिरः | शिरस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
धनंजयेन | धनंजय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
आहवे | आहव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |