Original

तमेषा हि समासाद्य भार्या भर्तारमन्तिके ।विराटदुहिता कृष्ण पाणिना परिमार्जति ॥ ५ ॥

Segmented

तम् एषा हि समासाद्य भार्या भर्तारम् अन्तिके विराट-दुहिता कृष्ण पाणिना परिमार्जति

Analysis

Word Lemma Parse
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
एषा एतद् pos=n,g=f,c=1,n=s
हि हि pos=i
समासाद्य समासादय् pos=vi
भार्या भार्या pos=n,g=f,c=1,n=s
भर्तारम् भर्तृ pos=n,g=m,c=2,n=s
अन्तिके अन्तिक pos=n,g=n,c=7,n=s
विराट विराट pos=n,comp=y
दुहिता दुहितृ pos=n,g=f,c=1,n=s
कृष्ण कृष्ण pos=n,g=m,c=8,n=s
पाणिना पाणि pos=n,g=m,c=3,n=s
परिमार्जति परिमृज् pos=v,p=3,n=s,l=lat