Original

दृष्ट्वा मे पार्थिवसुतामेतां लक्ष्मणमातरम् ।राजपुत्रीं महाबाहो मनो न व्युपशाम्यति ॥ ६ ॥

Segmented

दृष्ट्वा मे पार्थिव-सुताम् एताम् लक्ष्मण-मातरम् राज-पुत्रीम् महा-बाहो मनो न व्युपशाम्यति

Analysis

Word Lemma Parse
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
पार्थिव पार्थिव pos=n,comp=y
सुताम् सुता pos=n,g=f,c=2,n=s
एताम् एतद् pos=n,g=f,c=2,n=s
लक्ष्मण लक्ष्मण pos=n,comp=y
मातरम् मातृ pos=n,g=f,c=2,n=s
राज राजन् pos=n,comp=y
पुत्रीम् पुत्री pos=n,g=f,c=2,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
बाहो बाहु pos=n,g=m,c=8,n=s
मनो मनस् pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
व्युपशाम्यति व्युपशम् pos=v,p=3,n=s,l=lat