Original

सहैव सहदेवेन नकुलेनार्जुनेन च ।दासभार्यासि पाञ्चालि क्षिप्रं प्रविश नो गृहान् ॥ २२ ॥

Segmented

सह एव सहदेवेन नकुलेन अर्जुनेन च दास-भार्या असि पाञ्चालि क्षिप्रम् प्रविश नो गृहान्

Analysis

Word Lemma Parse
सह सह pos=i
एव एव pos=i
सहदेवेन सहदेव pos=n,g=m,c=3,n=s
नकुलेन नकुल pos=n,g=m,c=3,n=s
अर्जुनेन अर्जुन pos=n,g=m,c=3,n=s
pos=i
दास दास pos=n,comp=y
भार्या भार्या pos=n,g=f,c=1,n=s
असि अस् pos=v,p=2,n=s,l=lat
पाञ्चालि पाञ्चाली pos=n,g=f,c=8,n=s
क्षिप्रम् क्षिप्रम् pos=i
प्रविश प्रविश् pos=v,p=2,n=s,l=lot
नो मद् pos=n,g=,c=6,n=p
गृहान् गृह pos=n,g=m,c=2,n=p