महाभारतम् — 11.11.26
Original
Segmented
यथा अन्तकम् अनुप्राप्य जीवन् कश्चिद् न मुच्यते एवम् बाहु-अन्तरम् प्राप्य तव जीवेत् न कश्चन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यथा | यथा | pos=i |
अन्तकम् | अन्तक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अनुप्राप्य | अनुप्राप् | pos=vi |
जीवन् | जीव् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
मुच्यते | मुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
एवम् | एवम् | pos=i |
बाहु | बाहु | pos=n,comp=y |
अन्तरम् | अन्तर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
जीवेत् | जीव् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
न | न | pos=i |
कश्चन | कश्चन | pos=n,g=m,c=1,n=s |