महाभारतम् — 11.10.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच क्रोश-मात्रम् ततो गत्वा ददृशुः तान् महा-रथान् शारद्वतम् कृपम् द्रौणिम् कृतवर्माणम् एव च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
क्रोश | क्रोश | pos=n,comp=y |
मात्रम् | मात्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
गत्वा | गम् | pos=vi |
ददृशुः | दृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
रथान् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
शारद्वतम् | शारद्वत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कृपम् | कृप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
द्रौणिम् | द्रौणि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कृतवर्माणम् | कृतवर्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |