Original

विस्फुलिङ्गा इव ह्येतान्दहन्ति किल मानवान् ।जहीहि मन्युं बुद्ध्या वै धारयात्मानमात्मना ॥ ३६ ॥

Segmented

विस्फुलिङ्गा इव हि एतान् दहन्ति किल मानवान् जहीहि मन्युम् बुद्ध्या वै धारय आत्मानम् आत्मना

Analysis

Word Lemma Parse
विस्फुलिङ्गा विस्फुलिङ्ग pos=n,g=m,c=1,n=p
इव इव pos=i
हि हि pos=i
एतान् एतद् pos=n,g=m,c=2,n=p
दहन्ति दह् pos=v,p=3,n=p,l=lat
किल किल pos=i
मानवान् मानव pos=n,g=m,c=2,n=p
जहीहि हा pos=v,p=2,n=s,l=lot
मन्युम् मन्यु pos=n,g=m,c=2,n=s
बुद्ध्या बुद्धि pos=n,g=f,c=3,n=s
वै वै pos=i
धारय धारय् pos=v,p=2,n=s,l=lot
आत्मानम् आत्मन् pos=n,g=m,c=2,n=s
आत्मना आत्मन् pos=n,g=m,c=3,n=s