Original

किं नु बन्धुविहीनस्य जीवितेन ममाद्य वै ।लूनपक्षस्य इव मे जराजीर्णस्य पक्षिणः ॥ ११ ॥

Segmented

किम् नु बन्धु-विहीनस्य जीवितेन मे अद्य वै लून-पक्षस्य इव मे जरा-जीर्णस्य पक्षिणः

Analysis

Word Lemma Parse
किम् pos=n,g=n,c=1,n=s
नु नु pos=i
बन्धु बन्धु pos=n,comp=y
विहीनस्य विहा pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part
जीवितेन जीवित pos=n,g=n,c=3,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
अद्य अद्य pos=i
वै वै pos=i
लून लू pos=va,comp=y,f=part
पक्षस्य पक्ष pos=n,g=m,c=6,n=s
इव इव pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
जरा जरा pos=n,comp=y
जीर्णस्य जृ pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part
पक्षिणः पक्षिन् pos=n,g=m,c=6,n=s