महाभारतम् — 10.9.57
Original
Segmented
इति एवम् तव पुत्रस्य निशम्य करुणाम् गिरम् प्रत्यूष-काले शोक-आर्तः प्राधावम् नगरम् प्रति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
एवम् | एवम् | pos=i |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
पुत्रस्य | पुत्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
निशम्य | निशामय् | pos=vi |
करुणाम् | करुण | pos=a,g=f,c=2,n=s |
गिरम् | गिर् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रत्यूष | प्रत्यूष | pos=n,comp=y |
काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
आर्तः | आर्त | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्राधावम् | प्रधाव् | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
नगरम् | नगर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रति | प्रति | pos=i |