महाभारतम् — 10.9.28
Original
Segmented
याम् गतिम् क्षत्रियस्य आहुः प्रशस्ताम् परम-ऋषयः हतस्य अभिमुखस्य आजौ प्राप्तः त्वम् असि ताम् गतिम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
याम् | यद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
क्षत्रियस्य | क्षत्रिय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
आहुः | अह् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
प्रशस्ताम् | प्रशंस् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
परम | परम | pos=a,comp=y |
ऋषयः | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
हतस्य | हन् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
अभिमुखस्य | अभिमुख | pos=a,g=m,c=6,n=s |
आजौ | आजि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
प्राप्तः | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |