महाभारतम् — 10.8.61
Original
Segmented
शिखण्डिनम् ततो हत्वा क्रोध-आविष्टः परंतपः प्रभद्रक-गणान् सर्वान् अभिदुद्राव वेगवान् यत् च शिष्टम् विराटस्य बलम् तत् च समाद्रवत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शिखण्डिनम् | शिखण्डिन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
हत्वा | हन् | pos=vi |
क्रोध | क्रोध | pos=n,comp=y |
आविष्टः | आविश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
परंतपः | परंतप | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्रभद्रक | प्रभद्रक | pos=n,comp=y |
गणान् | गण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अभिदुद्राव | अभिद्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
वेगवान् | वेगवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
शिष्टम् | शिष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
विराटस्य | विराट | pos=n,g=m,c=6,n=s |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
समाद्रवत् | समाद्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lan |