महाभारतम् — 10.8.5
Original
Segmented
संजय उवाच तस्मिन् प्रयाते शिबिरम् द्रोणपुत्रे महात्मनि कृपः च कृतवर्मा च शिबिर-द्वारि अतिष्ठताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
प्रयाते | प्रया | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
शिबिरम् | शिबिर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
द्रोणपुत्रे | द्रोणपुत्र | pos=n,g=m,c=7,n=s |
महात्मनि | महात्मन् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
कृपः | कृप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
कृतवर्मा | कृतवर्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
शिबिर | शिबिर | pos=n,comp=y |
द्वारि | द्वार् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
अतिष्ठताम् | स्था | pos=v,p=3,n=d,l=lan |