महाभारतम् — 10.8.44
Original
Segmented
स घोर-रूपः व्यचरत् काल-वत् शिबिरे ततः अपश्यद् द्रौपदी-पुत्रान् अवशिष्टान् च सोमकान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
घोर | घोर | pos=a,comp=y |
रूपः | रूप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
व्यचरत् | विचर् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
काल | काल | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
शिबिरे | शिबिर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ततः | ततस् | pos=i |
अपश्यद् | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
द्रौपदी | द्रौपदी | pos=n,comp=y |
पुत्रान् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अवशिष्टान् | अवशिष् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
च | च | pos=i |
सोमकान् | सोमक | pos=n,g=m,c=2,n=p |