Original

स्त्रियस्तु राजन्वित्रस्ता भारद्वाजं निरीक्ष्य तम् ।अब्रुवन्दीनकण्ठेन क्षिप्रमाद्रवतेति वै ॥ २९ ॥

Segmented

स्त्रियः तु राजन् वित्रस्ता भारद्वाजम् निरीक्ष्य तम् अब्रुवन् दीन-कण्ठेन क्षिप्रम् आद्रवत इति वै

Analysis

Word Lemma Parse
स्त्रियः स्त्री pos=n,g=f,c=1,n=p
तु तु pos=i
राजन् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
वित्रस्ता वित्रस् pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part
भारद्वाजम् भारद्वाज pos=n,g=m,c=2,n=s
निरीक्ष्य निरीक्ष् pos=vi
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
अब्रुवन् ब्रू pos=v,p=3,n=p,l=lan
दीन दीन pos=a,comp=y
कण्ठेन कण्ठ pos=n,g=m,c=3,n=s
क्षिप्रम् क्षिप्रम् pos=i
आद्रवत आद्रु pos=v,p=2,n=p,l=lot
इति इति pos=i
वै वै pos=i