महाभारतम् — 10.8.108
Original
Segmented
मानुषाणाम् सहस्रेषु हतेषु पतितेषु च उदतिष्ठन् कबन्धानि बहूनि उत्थाय च अपतन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मानुषाणाम् | मानुष | pos=n,g=m,c=6,n=p |
सहस्रेषु | सहस्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
हतेषु | हन् | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=part |
पतितेषु | पत् | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=part |
च | च | pos=i |
उदतिष्ठन् | उत्था | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
कबन्धानि | कबन्ध | pos=n,g=n,c=1,n=p |
बहूनि | बहु | pos=a,g=n,c=1,n=p |
उत्थाय | उत्था | pos=vi |
च | च | pos=i |
अपतन् | पत् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |