महाभारतम् — 10.6.1
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच द्वार-देशे ततो द्रौणिम् अवस्थितम् अवेक्ष्य तौ अकुर्वताम् भोज-कृपौ किम् संजय वदस्व मे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
द्वार | द्वार | pos=n,comp=y |
देशे | देश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
द्रौणिम् | द्रौणि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अवस्थितम् | अवस्था | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
अवेक्ष्य | अवेक्ष् | pos=vi |
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
अकुर्वताम् | कृ | pos=v,p=3,n=d,l=lan |
भोज | भोज | pos=n,comp=y |
कृपौ | कृप | pos=n,g=m,c=1,n=d |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
वदस्व | वद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |