महाभारतम् — 10.4.11
Original
Segmented
ते वयम् सहिताः तात सर्वाञ् शत्रून् समागतान् प्रसह्य समरे हत्वा प्रीतिम् प्राप्स्याम पुष्कलाम् विश्रमस्व त्वम् अव्यग्रः स्वप च इमाम् निशाम् सुखम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
सहिताः | सहित | pos=a,g=m,c=1,n=p |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सर्वाञ् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
शत्रून् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
समागतान् | समागम् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
प्रसह्य | प्रसह् | pos=vi |
समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
हत्वा | हन् | pos=vi |
प्रीतिम् | प्रीति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्राप्स्याम | प्राप् | pos=v,p=1,n=p,l=lrn |
पुष्कलाम् | पुष्कल | pos=a,g=f,c=2,n=s |
विश्रमस्व | विश्रम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अव्यग्रः | अव्यग्र | pos=a,g=m,c=1,n=s |
स्वप | स्वप् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
च | च | pos=i |
इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
निशाम् | निशा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
सुखम् | सुखम् | pos=i |