महाभारतम् — 10.3.8
Original
Segmented
अ चिन्तय्-त्वात् हि चित्तानाम् मनुष्याणाम् विशेषतः चित्त-वैकल्यम् आसाद्य सा सा बुद्धिः प्रजायते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अ | अ | pos=i |
चिन्तय् | चिन्तय् | pos=va,comp=y,f=krtya |
त्वात् | त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
हि | हि | pos=i |
चित्तानाम् | चित्त | pos=n,g=n,c=6,n=p |
मनुष्याणाम् | मनुष्य | pos=n,g=m,c=6,n=p |
विशेषतः | विशेषतः | pos=i |
चित्त | चित्त | pos=n,comp=y |
वैकल्यम् | वैकल्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आसाद्य | आसादय् | pos=vi |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
बुद्धिः | बुद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
प्रजायते | प्रजन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |