महाभारतम् — 10.3.28
Original
Segmented
अद्य तान् सहितान् सर्वान् धृष्टद्युम्न-पुरोगमान् सूदयिष्यामि विक्रम्य कक्षम् दीप्त इव अनलः निहत्य च एव पाञ्चालाञ् शान्तिम् लब्धास्मि सत्तम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अद्य | अद्य | pos=i |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सहितान् | सहित | pos=a,g=m,c=2,n=p |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
धृष्टद्युम्न | धृष्टद्युम्न | pos=n,comp=y |
पुरोगमान् | पुरोगम | pos=a,g=m,c=2,n=p |
सूदयिष्यामि | सूदय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
विक्रम्य | विक्रम् | pos=vi |
कक्षम् | कक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दीप्त | दीप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
अनलः | अनल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निहत्य | निहन् | pos=vi |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
पाञ्चालाञ् | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=2,n=p |
शान्तिम् | शान्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
लब्धास्मि | लभ् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
सत्तम | सत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |