महाभारतम् — 10.2.2
Original
Segmented
आबद्धा मानुषाः सर्वे निर्बन्धाः कर्मणोः द्वयोः दैवे पुरुषकारे च परम् ताभ्याम् न विद्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आबद्धा | आबन्ध् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
मानुषाः | मानुष | pos=a,g=m,c=1,n=p |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
निर्बन्धाः | निर्बन्ध | pos=n,g=m,c=1,n=p |
कर्मणोः | कर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=d |
द्वयोः | द्वि | pos=n,g=n,c=7,n=d |
दैवे | दैव | pos=n,g=n,c=7,n=s |
पुरुषकारे | पुरुषकार | pos=n,g=m,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
परम् | पर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ताभ्याम् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=d |
न | न | pos=i |
विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |