महाभारतम् — 10.16.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच तद् आज्ञाय हृषीकेशो विसृष्टम् पाप-कर्मना हृष्यमाण इदम् वाक्यम् द्रौणिम् प्रत्यब्रवीत् तदा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आज्ञाय | आज्ञा | pos=vi |
हृषीकेशो | हृषीकेश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विसृष्टम् | विसृज् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
पाप | पाप | pos=a,comp=y |
कर्मना | कर्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
हृष्यमाण | हृष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
द्रौणिम् | द्रौणि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रत्यब्रवीत् | प्रतिब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तदा | तदा | pos=i |