Original

अर्जुनार्जुन यद्दिव्यमस्त्रं ते हृदि वर्तते ।द्रोणोपदिष्टं तस्यायं कालः संप्रति पाण्डव ॥ २ ॥

Segmented

अर्जुन अर्जुन यद् दिव्यम् अस्त्रम् ते हृदि वर्तते द्रोण-उपदिष्टम् तस्य अयम् कालः संप्रति पाण्डव

Analysis

Word Lemma Parse
अर्जुन अर्जुन pos=n,g=m,c=8,n=s
अर्जुन अर्जुन pos=n,g=m,c=8,n=s
यद् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
दिव्यम् दिव्य pos=a,g=n,c=1,n=s
अस्त्रम् अस्त्र pos=n,g=n,c=1,n=s
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
हृदि हृद् pos=n,g=n,c=7,n=s
वर्तते वृत् pos=v,p=3,n=s,l=lat
द्रोण द्रोण pos=n,comp=y
उपदिष्टम् उपदिश् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
तस्य तद् pos=n,g=n,c=6,n=s
अयम् इदम् pos=n,g=m,c=1,n=s
कालः काल pos=n,g=m,c=1,n=s
संप्रति सम्प्रति pos=i
पाण्डव पाण्डव pos=n,g=m,c=8,n=s